ऋणपत्र व बॉण्ड निर्गमित करने चाहिए-
A) जब संस्था की भावी आय अनिश्चित हो
B) जब संस्था की विगत आय का पर्याप्त शेष हो
C) जब संस्था की भविष्य में आय निश्चित व नियमित हो
D) संस्था की भावी आय निश्चित हो
Answer : C
Description :
ऋणपत्र, आमतौर पर बॉन्ड की तुलना में अधिक विशिष्ट होता है जबकि दोनों का उपयोग पूँजी जुटाने के लिए किया जाता है। ऋणपत्र आमतौर पर आगामी परियोजना के खर्चों को पूरा करने के लिए या व्यवसाय के नियोजित विस्तार के लिए, भुगतान के लिए और पूँजी जुटाने के लिए जारी किया जाता है जबकि बॉन्ड को एक निश्चित आय साधन के रुप में संदर्भित किया जाता है क्योंकि बॉन्ड पर एक निश्चित ब्याज का भुगतान करना होता है। ऋणपत्र व बॉन्ड जब किसी संस्था की भविष्य में आय निश्चित व नियमित हो तब निर्गमित करने चाहिए।
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जब एक प्रबन्धक ने एक निर्णय लिया और वह परिणामों के बारे में अनिश्चित हैं। उनका निर्णय _________ होने की सम्भावना है।
A) सफल
B) खराब गुणवत्ता का
C) जोखिम भरा
D) अस्वीकार्य।
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निम्न में से कौन सा कथन सत्य नहीं हैं?
A) बॉण्ड का एक अंकित मूल्य होता है.
B) बॉण्ड एक प्रीमियम है, यदि इसका मूल्य, अंकित मूल्य से कम हो।
C) बॉण्ड एक छूट है, यदि इसका मूल्य अंकित मूल्य से कम हो।
D) बॉण्ड पर छूट पर प्रीमियम, उसकी निर्धारित कीमत और अंकित मूल्य के बीच का अंतर होता है।
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टीक्यूएम का अर्थ होता है _________:
A) टोटल क्वांटिटी मैनेजमेंट
B) टोटल कोशंट मैनेजमेंट
C) टोटल क्वालिटी मार्केटिंग
D) टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट
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संगठन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, योजनाओं और कार्यनीतियों को लागू करने हेतु _________ जिम्मेदार हैं।
A) मध्यम स्तर के प्रबंधक
B) अग्रपंक्ति पर्यवेक्षक
C) अधिकारी
D) तकनीकी पर्यवेक्षक
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स्वामित्व पूँजी के अतिरिक्त ऋण लेकर व्यवसाय संचालन करना क्या कहलाता है?
A) समता पर व्यापार
B) ऋण पर व्यापार
C) अंशों पर व्यापार
D) उपर्युक्त सभी