तिरहुत के किस वैनवार वंश के शासक के छत्रछाया में प्रसिद्ध कवि विद्यापति ने अपने काव्य की रचना की थी?
A) हरि सिंह
B) महेश ठाकुर
C) शिव सिंह
D) शक्ति सिंह
Answer : C
Description :
विद्यापति का जन्म 1380 ई. में बिहार के दरभंगा, वर्तमान में मधुबनी जिले के विस्फी ग्राम में हुआ था। इस समय तिरहुत मुख्य क्षेत्र में वैनवार वंश का राज्य स्थापित था। विद्यापति ने वैनवार वंश के शासक शिवसिंह के छत्रछाया में अपने काव्यों की रचना की। विद्यापति ने 20 वर्ष की अल्पायु में कीर्तिलता ग्रंथ की रचना की थी। पदावलि, गोरक्ष-विजय, पुराण संग्रह, भू-परिक्रमा, गंगा काव्यावली विभा सागर इत्यादि विद्यापति की प्रमुख रचनाएँ हैं।
Related Questions - 1
घाघरा नदी नेपाल से निकलकर बिहार के किस जिले में प्रवेश करती है?
A) सारण
B) भोजपुर
C) गोपालगंज
D) पश्चिमी चम्पारण
Related Questions - 2
किस विद्वान ने चन्द्रगुप्त मौर्य के राजप्रासाद उपक के बारे में कहा है कि इसकी शान शौकत का मुकाबला न तो 'सूसा' और न "एकबतना' कर सकते हैं ?
A) फाहियान
B) मेगास्थनीज
C) एरियन
D) चाणक्य
Related Questions - 3
Related Questions - 4
मगध पर शासन करने वाले राजवंश का सही क्रम है-
A) शिशुनाग, हर्यक, नन्द, मौर्य, शुंग, कण्व
B) हर्यक, शिशुनाग, नन्द, मौर्य, कण्व, शुंग
C) हर्यक, शिशुनाग, नन्द, मौर्य, शुंग, कण्व
D) कण्व, हर्यक, शिशुनाग, नन्द, मौर्य, शुंग
Related Questions - 5
पृथक बिहार प्रांत के गठन की माँग प्रस्तुत करने में मुख्य योगदान किया था-
A) महेश नारायण ने
B) डा. सच्चिदानन्द सिन्हा ने
C) डा. राजेन्द्र प्रसाद ने
D) उपर्युक्त सभी