Question :
A) भोजपुरी
B) कन्नौजी
C) अवधी
D) खड़ी बोली
Answer : C
‘एक मनई के दूइ बेटवे रहिन। ओह मॉ लहुरा अपने बाप से कहिस-दादा धन मॉ जवन हमर बखरा लागत होय तवन हमका दै द।‘ यह अवतरण हिन्दी की किस बोली में है ?
A) भोजपुरी
B) कन्नौजी
C) अवधी
D) खड़ी बोली
Answer : C
Description :
Related Questions - 1
एक और एक ग्यारह होते हैं का अर्थ है -
A) संसार में सब संभव है
B) भीड़ में बल है
C) गणित विद्या में निपुणता प्राप्त करना
D) संगठन में शक्ति है
Related Questions - 4
जिस छंद में वर्णिक या मात्रिक प्रतिबंध न हो, वह छंद क्या कहलाता है ?
A) वर्णिक छंद
B) मात्रिक छंद
C) मुक्त छंद
D) इनमें से कोई नहीं
Related Questions - 5
बड़े न हुजे बिनु विरद बड़ाई पाए।
कहत धतूरे सों कनक, गहनो गढ़ो न जाए।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
A) अतिशयोक्ति
B) प्रतिवस्तूपमा
C) अर्थान्तरन्यास
D) विरोधाभास