Question :
A) भोजपुरी
B) कन्नौजी
C) अवधी
D) खड़ी बोली
Answer : C
‘एक मनई के दूइ बेटवे रहिन। ओह मॉ लहुरा अपने बाप से कहिस-दादा धन मॉ जवन हमर बखरा लागत होय तवन हमका दै द।‘ यह अवतरण हिन्दी की किस बोली में है ?
A) भोजपुरी
B) कन्नौजी
C) अवधी
D) खड़ी बोली
Answer : C
Description :
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चरर मरर खुल गए अरर रवस्फुटों से में कौन-सा अलंकार है ?
A) अनुप्रास
B) श्लेष
C) यमक
D) उत्प्रेक्षा
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चरण में वर्णो की संख्या (कम से अधिक) के आधार पर इन वर्णिक छंदों का सही अनुक्रम कौन-सा है ?
A) पीयूषवर्धक-रोला-गीतिका-चौपाई
B) रोला-गीतिका-चौपाई-पीयूषवर्धक
C) गीतिका-चौपाई- पीयूषवर्धक-रोला
D) चौपाई-पीयूषवर्धक- रोला-गीतिका
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हम जो कुछ देख रहे हैं, सुन्दर है सत्य नहीं है।
यह दृश्य जगत भासित है, बिन कर्म शिवत्व नहीं है।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा छंद है ?
A) 14-14 मात्राओं की यति से 28 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
B) 10-10 वर्णो की यति से 20 वर्णो वर्णिक छंद
C) 13-13 मात्राओं की यति से 26 मात्राओं वाला मात्रिक छंद
D) 15-15 मात्राओं की यति से 30 मात्राओं वाला मात्रिक छंद