Question :
A) दया धर्म का मूल है
B) पाप मूल अभिमान
C) दया स्वयं भगवान है इसको मन में जान।
D) कोई त्रुटि नहीं।
Answer : D
निर्देश (प्रश्न सं. 144 से 146 तक) : नीचे दिए गए वाक्यों में से कुछ में त्रुटियाँ है और कुछ ठीक हैं। वाक्य के जिस भाग में त्रुटियाँ हों, उसके अनुरुप अक्षर (A), (B), (C) वाले अण्डाकार खाने को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो (D) वाले अंण्डाकार खाने को पूरी तरह काला करें।
A) दया धर्म का मूल है
B) पाप मूल अभिमान
C) दया स्वयं भगवान है इसको मन में जान।
D) कोई त्रुटि नहीं।
Answer : D
Description :
प्रश्न में दिये गये सभी विकल्प त्रुटिरहित हैं। दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान । दया स्वयं भगवान है, इसको मन में जान।
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शुद्ध वाक्य बताएँ-
A) दस अरब यात्री भारत आये।
B) दस अरब यात्री आ चुके हैं।
C) अरब के दस यात्री भारत आये।
D) दस अरब यात्री भारत आयेंगे।
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आपने अभी मेरे साथ चलना है। वाक्य का शुद्ध रुप होगा-
A) अभी मेरे साथ चलना होता है।
B) आपको अभी मेरे साथ चलना है।
C) मेरे साथ चलना आपको अभी है।
D) अभी मेरे आपको साथ चलना है।
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निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त अनावश्यक अथवा अनुपयुक्त शब्द वाला वाक्य छांटिए।
A) मैं शानिवार को गाँव जाउँगा।
B) इस यन्त्र का आविष्कार अमेरीका में हुआ था।
C) गोलियों की बौछार हो रही है।
D) पुस्तक छापने की व्यवस्था का प्रबंध करें।
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निर्देश (354-360): निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न में तीन गद्यांश दिये गये हैं। त्रुटि वाले वाक्यांश को चुनें और उसके अनुरुप (A), (B), (C) पर चिन्ह लगाएँ। यदि वाक्य त्रुटिहीन हो, तो (D) पर चिन्ह लगाएँ।
A) सरदार पटेल से अच्छी
B) राजनीतिज्ञ एवं प्रशासक
C) इस देश में फिर नहीं हुआ
D) कोई त्रुटि नहीं