Question :
A) दया धर्म का मूल है
B) पाप मूल अभिमान
C) दया स्वयं भगवान है इसको मन में जान।
D) कोई त्रुटि नहीं।
Answer : D
निर्देश (प्रश्न सं. 144 से 146 तक) : नीचे दिए गए वाक्यों में से कुछ में त्रुटियाँ है और कुछ ठीक हैं। वाक्य के जिस भाग में त्रुटियाँ हों, उसके अनुरुप अक्षर (A), (B), (C) वाले अण्डाकार खाने को काला करें। यदि वाक्य में कोई त्रुटि न हों, तो (D) वाले अंण्डाकार खाने को पूरी तरह काला करें।
A) दया धर्म का मूल है
B) पाप मूल अभिमान
C) दया स्वयं भगवान है इसको मन में जान।
D) कोई त्रुटि नहीं।
Answer : D
Description :
प्रश्न में दिये गये सभी विकल्प त्रुटिरहित हैं। दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान । दया स्वयं भगवान है, इसको मन में जान।
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निम्नलिखित वाक्यों में से अशुद्ध वाक्य को पहचानिएः
A) श्रीमती गांधी भारत की प्रधानमंत्री थी।
B) मेरे ऊपर कृपा करें।
C) मेरे घर के सामने पाठशाला है।
D) वहाँ भारी भीड़ थी।
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निम्नलिखित विकल्पों में से शुद्ध वाक्य को चयनित कीजिए।
A) वह उद्ण्डनीय है।
B) वह दण्ड भोगने के योग्य है।
C) वह दण्ड योग्य है।
D) वह दण्ड देने के योग्य है।
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निम्नलिखित में शुद्ध वाक्य है-
A) भारत कभी ब्रिटेन के आधीन था।
B) निरपराधी व्यक्ति को दण्ड नहीं मिलना चाहिए।
C) बादशाह ने मुक्तहस्त दान दिया।
D) उसे पैत्रिक सम्पत्ति में हिस्सा नहीं मिला।
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निम्न में अशुद्ध वाक्य बताइये।
A) पुस्तक मेज पर रखी है।
B) कच्चे तेल की कीमत घट गया है।
C) यह मेरे सपनों का घर है।
D) कानपुर भारत की औद्योगिकी राजधानी है।
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निर्देश (प्रश्न संख्या 217 और 218) : में, लिखित वाक्यों में से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए।
A) वह एक महिला विद्वान थी।
B) वह एक विदुषी महिला थी।
C) एक विदुषी महिला थी वह।
D) वह एक विद्वान महिला थी।