Question :
A) रिसीवर में सिग्नल प्राप्त करने के लिय करते हैं
B) ग्रह की गति का अध्ययन करने हेतु करते हैं
C) वायुयान जैसी वस्तुओं की पहचान व स्थिति निर्धारण करने हेतु करते हैं
D) सूर्य के धब्बों के अध्ययन करते के लिए करते हैं
Answer : C
रेडार का प्रयोग -
A) रिसीवर में सिग्नल प्राप्त करने के लिय करते हैं
B) ग्रह की गति का अध्ययन करने हेतु करते हैं
C) वायुयान जैसी वस्तुओं की पहचान व स्थिति निर्धारण करने हेतु करते हैं
D) सूर्य के धब्बों के अध्ययन करते के लिए करते हैं
Answer : C
Description :
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विद्युत् बल्ब का तन्तु तप्त होकर श्वेत हो जाता है जबकि प्रवेशी संयोजी तार केवल हल्का-सा ही गर्म हो पाता है क्योंकि संयोजी तार-
A) में अपेक्षाकृत कम धारा प्रवाहित हो पाती है
B) का प्रतिरोध बहुत कम होता है
C) का गलनांक अपेक्षाकृत अधिक होता है
D) श्याम लौह का बना होता है
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एक पुलिस की गाड़ी सायरन बजाती हुई किसी प्रेक्षक से दूर जा रही है तो सायरन के सामान्य तरत्व (तीक्ष्णता) के सापेक्ष उसकी ध्वनि का तारत्व -
A) कम होगा
B) एक समान होगा
C) अधिक होगा
D) गाड़ी की गतिअनुसार कम या अधिक होगा
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नेत्र का समायोजन -
A) नेत्र की पुतली के माप में परिवर्तन से होता है
B) परितारिका के संकुचन से होता है
C) रोमाक पेशियों (ciliary muscle) के द्वारा होता है
D) दृष्टि-पटल की अग्रगामी गति से होता है
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यूरेनियम-235 में विखंडन तब होता है जब यह -
A) तेज गतिक प्रोट्रॉन का परिग्रहण (capture) करता है
B) तेज गतिक न्यूट्रॉन का परिग्रहण करता है
C) मंद गतिक न्यूट्रॉन का परिग्रहण करता है
D) फोट्रॉन का परिग्रहण करता है
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एक वायुयान धवन-पथ (run way) से 100 m/ s के वेग से उड़ान भरता है। यदि वायुयान अपने विश्रामस्थल से 10 m /s2 के एक समान त्वरण बढ़ता है । तो अपेक्षित वेग प्राप्त करने के लिए धावन – पथ की लम्बाई कितनी होनी चाहिए ?
A) 200 मीटर
B) 250 मीटर
C) 500 मीटर
D) 1000 मीटर