Question :
A) तानसेन
B) अमीर खुसरो
C) स्वामी हरिदास
D) बैजू वावरा
Answer : C
ध्रुवपद-धमार गायन शैली का प्रवर्तक किसे माना जाता है?
A) तानसेन
B) अमीर खुसरो
C) स्वामी हरिदास
D) बैजू वावरा
Answer : C
Description :
स्वामी हरिदास जी को ध्रुपद-धमार का प्रवर्तक और साथ ही मंदिरों में ध्रुपद गायन द्वारा अर्चना-पद्धति का भी प्रवर्तक माना जाता है। कुछ विद्वान ध्रुपद की डागुर बानी का भी प्रवर्तक स्वामी हरिदास को मानते हुए ध्रुपद संगीतज्ञों के प्रसिद्ध डागर परिवार को उन्हीं से जोड़ते हैं।
Related Questions - 1
राज्य नियोजन संस्थान के तहत प्रशिक्षण प्रभाग की स्थापना कब की गई?
A) 1980
B) 1981
C) 1982
D) 1983