Question :

काठ की हाँड़ी बार-बार नहीं चढ़ती का अर्थ है -


A) बुरे दिन हमेशा नहीं रहते
B) लकड़ी का बर्तन अग्नि से जल सकता है
C) छल-कपट का व्यवहार हमेशा नहीं चलता
D) दुर्भाग्य की मार बार-बार नहीं होती

Answer : C

Description :



Related Questions - 1


बड़े न हुजे बिनु विरद बड़ाई पाए।

कहत धतूरे सों कनक, गहनो गढ़ो न जाए।।

 

प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?


A) अतिशयोक्ति
B) प्रतिवस्तूपमा
C) अर्थान्तरन्यास
D) विरोधाभास

View Answer

Related Questions - 2


निम्नलिखित में से तत्सम शब्द है -


A) गरम
B) नरक
C) नरम
D) तीर्थ

View Answer

Related Questions - 3


जाके पाँव न फटे बिवाई से क्या जाने पीर पराई का अर्थ है-


A) दयालु होना
B) कठोर होना
C) दूसरो के कष्ट को अनुभव करना
D) जिसके ऊपर बीतती है वही जानता है

View Answer

Related Questions - 4


‘कैवर्त’ शब्द का तद्भव रुप है -


A) मल्लाह
B) केवट
C) नाविक
D) केवल

View Answer

Related Questions - 5


‘अँगीठी’ शब्द का तत्सम है -


A) अग्रिका
B) अंनिष्ठका
C) अग्रिष्ठिका
D) अग्रिष्ठिकी

View Answer