Question :

काठ की हाँड़ी बार-बार नहीं चढ़ती का अर्थ है -


A) बुरे दिन हमेशा नहीं रहते
B) लकड़ी का बर्तन अग्नि से जल सकता है
C) छल-कपट का व्यवहार हमेशा नहीं चलता
D) दुर्भाग्य की मार बार-बार नहीं होती

Answer : C

Description :



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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |

 

(1) स्वदेश-प्रेम के

(य) नागरिकों ने देश के

(र) सदा

(ल) आन्हान पर

(व) वशीभूत होकर

(6) बड़े से बड़ा त्याग किया है।


A) व य ल र
B) य र ल व
C) ल व र य
D) व र ल य

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कबिरा सोई पीर है, जो जाने पर पीर।

जे पर पीर न जानई, सो काफिर बेपीर ।।

 

प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?


A) यमक
B) रुपक
C) पुनरुक्ति
D) श्लेष

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जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है वहाँ कौन-सा अलंकार होता है ?


A) यमक
B) श्लेष
C) भ्रांतिमान
D) संदेह

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इनमें से एक शब्द तद्भव है -


A) दिन
B) अंधकार
C) स्कन्ध
D) कपास

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निम्नलिखित में से कौन तद्भव शब्द है ?


A) दिनकर
B) दिवाकर
C) प्रभाकर
D) सूरज

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