Question :

काठ की हाँड़ी बार-बार नहीं चढ़ती का अर्थ है -


A) बुरे दिन हमेशा नहीं रहते
B) लकड़ी का बर्तन अग्नि से जल सकता है
C) छल-कपट का व्यवहार हमेशा नहीं चलता
D) दुर्भाग्य की मार बार-बार नहीं होती

Answer : C

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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |

 

(1) काव्य के विषय में द्विवेदीजी की एक

(य) विशेष प्रकार की रुचि बन गई थी और चूँकि व

(र) कवि की दृष्टि से करते थे अतः अनेक नए काव्यों को, जो

(ल) काव्य का अध्ययन आलोचक की दृष्टि से नहीं वरन्

(व) उनके संस्कारों से मेल नहीं खाते थे, मुक्त भाव से स्वीकार करना

(6) उनके लिए कठिन हो जाता था।


A) य र ल व
B) य ल र व
C) य व र ल
D) य व ल र

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‘उत्कर्ष’ का विलोम शब्द है -


A) अकर्ष
B) अनुत्कर्ष
C) अपकर्ष
D) आकर्ष

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पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमि जनक सुतावरं में कौन-सा अलंकार है ?


A) उपमा
B) रुपक
C) उत्प्रेक्षा
D) उदाहरण

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जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है वहाँ कौन-सा अलंकार होता है ?


A) यमक
B) श्लेष
C) भ्रांतिमान
D) संदेह

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‘मक्खी’ शब्द का तत्सम रुप है -


A) मच्छिका
B) माछी
C) मच्छी
D) मक्षिका

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