जिसके समान दूसरा न हो
A) अलौकिक
B) स्वर्गिक
C) अप्रतिभा
D) अप्रतिम
Answer : D
Description :
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) हमें यह समझ लेना चाहिए कि
(य) एक सुन्दर स्वरुप है और यह भी मानना होगा कि
(र) धर्म की भाषा अधिक स्पष्ट, मूर्त्त और परिष्कृत
(ल) होती गई है और इसके लिए बहुत हद तक
(व) धर्म मानव जाति की मूलगत अनुभूनितों का
(6) विज्ञान ही उत्तरदायी है।
A) य र ल व
B) र ल व य
C) व य र ल
D) व य ल र
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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |
(1) मिथकीय आवरणों को
(य) अर्थ देने वाले लोग
(र) सार्वभौम रचनात्मकता को पहचानने वाले कला समीक्षक
(ल) हटा उसे तथ्यानुयायी
(व) मनोवैज्ञानिक कहलाते हैं, आवरणों की
(6) कहलाते हैं।
A) य ल व र
B) ल य व र
C) ल र व य
D) य र व ल