Question :
A) आरोही मूल
B) अवस्तंभ मूल
C) श्वसन मूल
D) अपस्थानिक मूल
Answer : C
केले के पौधे की जड़ है-
A) आरोही मूल
B) अवस्तंभ मूल
C) श्वसन मूल
D) अपस्थानिक मूल
Answer : C
Description :
केले के पौधे में श्वसन मूल (Respiretory root) होता है।
आरोही मूल (Climbing root) – इस प्रकार की जड़ तना से निकलता है तथा पौधे को आधार (Support) पर चढ़ने में मदद करती है।
Ex. पान (Betel), Money Plant
अपस्थानिक जड़ (Adventitious root)- वैसे जड़ जो मूलांकुर (radical) को छोड़कर पौधे के किसी अन्य भाग से निकलता है अपस्थानिक जड़ कहलाता है।
Ex. शकरकंद, गन्ना, बरगद।
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सूत्री विभाजन के बीच किस अवस्था में गुणसूत्र विपरीत ध्रवों की ओर गति करते हैं ?
A) प्रोफेज (Prophase)
B) मेटाफेट (Metaphase)
C) टीलोफेज (Telophase)
D) ऐनाफेज (Anaphase)
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शीतकाल में तुषार पाले का वितरण कहाँ पाया जाता है ?
A) कम तापमान पर वाष्पोत्सर्जन नही होता
B) ऊतकों में निर्जलीकरण तथा यांत्रिक क्षति हो जाती है
C) कम तापक्रम पर श्वसन क्रिया रुक जाती है
D) कम तापमान पर प्रकाशसंश्लेषण नहीं होता
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मानव शरीर के भीतर खून निम्न की उपस्थिति के कारण नहीं जमता-
A) हिमोग्लोबिन
B) हैपारीन
C) फाइब्रिनोजेन
D) इनमें से कोई नहीं
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‘बी.सी.जी’ टीके किस रोग के विरोध में लगाए जाते है?
A) मीजल्स
B) टयूबरक्यूलोसिस (क्षय रोग)
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