Question :

‘ढुँढ़ाड़ी’ बोली है-


A) पश्चिमी राजस्थान की
B) पूर्वी राजस्थान की
C) दक्षिणी राजस्थान की
D) उत्तरी राजस्थान की

Answer : B

Description :



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किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच,

चाहे जो करो शरण्य शरण तिहारे है।

 

प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा छंद है ?


A) उल्लाला
B) छप्पय
C) रोला
D) घनाक्षरी

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निर्देश :- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमश: 1 और 6 की संख्या दी गयी है | इनके बीच में आने वाले अंशो को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व, की संख्या दी गयी है | ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे वाक्य का निर्माण हो |

 

(1) जब तक प्रेमचन्द जी

(य) मुझे मुश्किल से घण्टे-आधे घण्टे का समय मिलता

(र) मेरे घर रहे

(ल) जब मैं उनके साथ चाय पीता था

(व) अन्यथा उनका समय अन्य व्यक्ति अधिकतर

(6) उनकी अनिच्छा से अपने अधिकार में कर लेते।


A) य व ल र
B) र य ल व
C) ल र व य
D) व य र ल

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‘कैवर्त’ शब्द का तद्भव रुप है -


A) मल्लाह
B) केवट
C) नाविक
D) केवल

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छंद का सर्वप्रथम उल्लेख कहाँ मिलता है ?


A) ऋग्वेद
B) यजुर्वेद
C) सामवेद
D) उपनिषद

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निम्नलिखित में से कौन शब्द तद्भव है -


A) मधुप
B) मधुकर
C) भ्रमर
D) भँवरा

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