Question :

विसर्ग सन्धि है-


A) निष्कर्म
B) संयोग
C) सदैव
D) गिरीश

Answer : A

Description :


निष्कर्म शब्द में ‘विसर्ग संधि’ है, इसका विच्छेद निः + कर्म है। शेष विकल्प- सम् + योग = संयोग (व्यंजन संधि), सदा + एव = सदैव (वृद्धि संधि), गिरि + ईश = गिरीश (दीर्घ संधि)


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‘धनुष्टंकार’ का संधि-विच्छेद निम्न में से कौन-सा है?


A) धनुह + टंकार
B) धनुह + शंटकार
C) धनुः + टंकार
D) धनु + टंकार

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योगाभ्यास में कौन-सी सन्धि है?


A) दीर्घ सन्धि
B) गुण सन्धि
C) वृद्धि सन्धि
D) यण् सन्धि

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विसर्ग से पहले ‘इ’ या ‘उ’ हो और बाद में ‘क’, ‘ख’, ‘ट’, ‘ठ’, ‘प’, ‘फ’ में से कोई वर्ण हो, तो विसर्ग का _________________ हो जाता है।


A)
B)
C)
D)

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‘प्रातःकाल’ का संधि-विच्छेद है-


A) प्रातः + काल
B) परत + काल
C) प्रात + काल
D) प्रात + अकाल

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‘हरिश्चन्द्र’ में प्रयुक्त किस सन्धि का नाम सही है?


A) स्वर सन्धि
B) व्यंजन सन्धि
C) विसर्ग सन्धि
D) इनमें से कोई नहीं

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