कौन सा सिद्धांत ग्रहों के एक सिगार की आकृति बनाने को अपने पक्ष में साक्ष्य के रुप में उपयोग करता है?
A) ज्वारीय सिद्धांत
B) नेबुलर सिद्धांत
C) गैसीय सिद्धांत
D) चतुष्फलक सिद्धांत
Answer : A
Description :
ग्रहाणु परिकल्पना-1900 में चेम्बरलीन और मोल्टन ने ग्रहाणु परिकल्पना का प्रतिपादन किया। इसके अनुसार, ब्रह्मांड में एक अन्य भ्रमणशील तारा सूर्य के नजदीक से गुजरा। इसके परिणामस्वरुप तारे के गुरुत्वाकर्षण से सूर्य का सतह से सिगार के आकार का कुछ पदार्थ अलग हुआ। यह तारा जब सूर्य से दूर चला गया तो सूर्य के सतह के बाहर निकला हुआ पदार्थ सूर्य के चारों तरफ घूमने लगा और यही धीरे-धीरे संघनित होकर ग्रह के रुप में परिवर्तित हो गया। पहले सर जेम्स जींस और बाद में सर हेरॉलु जेफरी ने उस विचार का समर्थन किया।
Related Questions - 1
निम्नलिखित में से कौन से प्रमुख पोषक तत्व हैं ?
(i) फॉस्फोरस
(ii) लोहा
(iii) कार्बन
(iv) नाइट्रोजन
A) i तथा iv
B) i, ii तथा iii
C) i, iii तथा iv
D) उपरोक्त सभी
Related Questions - 2
भारत की सबसे प्राचीन तेल शोधनशाला कहां स्थित है?
A) हल्दिया
B) दिगबोई
C) बरौनी
D) कोच्चि
Related Questions - 3
भारत में गन्ना लगभग _________________ में पूर्ण विकसित होता है।
A) 5 महीने
B) 3 महीने
C) 7 महीने
D) 12 महीने
Related Questions - 4
ज्वार भित्ति से क्या तात्पर्य है ?
A) भूकम्प क्रिया से उत्पन्न एक ज्वारीय तरंग ।
B) तटीय क्षेत्र मे रेत का एक जमाव ।
C) उच्च ज्वार तल से ठीक ऊपर एक प्रवाल जमाव ।
D) एक नदी के मुहाने से बहाव के विपरीत चलने वाली ज्वार तरंग।
Related Questions - 5
निम्नलिखित में से कौन सी स्थाई पवनें नहीं हैं ?
A) पूर्वी पवनें
B) पछुआ पवनें
C) अपवाही पवनें
D) व्यापारिक पवनें