Question :

‘हमारे देश में जयचंदों की कम नहीं है’ में ‘जयचंदों’ संज्ञा के किस भेद के अन्तर्गत आता है?


A) व्यक्तिवाचक
B) समूहवाचक
C) जातिवाचक
D) भाववाचक

Answer : C

Description :


कुछ व्यक्तियों में कुछ विचित्र गुण होते हैं या वे दुर्लभ गुणों के कारण उनके प्रतिनिधि माने जाते हैं। उन व्यक्तियों का नाम लेते ही उनका वह गुण दिमाग के सामने आ जाता है। ऐसी स्थिति में इनका जातिवाचक के रुप में प्रयोग होता है।

जैसे-

 

1. हमारे देश में जयचंदों की कमी नहीं है। (यहाँ ‘जयचंदो’ का प्रयोग जातिवाचक संज्ञा के रुप में हुआ है)

2. विभीषणों से बचो।

3. कलयुग में भी हरिश्चन्द्रों की कमी नहीं है।


Related Questions - 1


इनमें से भाववाचक संज्ञा है-


A) तप
B) तीर
C) भरत
D) चिन्ता

View Answer

Related Questions - 2


जिस संज्ञाओं से एक ही प्रकार की वस्तुओं अथवा व्यक्तियों का बोध हो उन्हें कहते हैं-


A) व्यक्तिवाचक संज्ञा
B) जातिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) द्रव्यवाचक संज्ञा

View Answer

Related Questions - 3


भाववाचक संज्ञा बनाइए-


A) लड़कापन
B) लड़काई
C) लड़कपन
D) लड़काईपन

View Answer

Related Questions - 4


‘स्त्रीत्व’ शब्द में कौन-सी संज्ञा है?


A) जातिवाचक संज्ञा
B) व्यक्तिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) द्रव्यवाचक संज्ञा

View Answer

Related Questions - 5


‘द्वार-द्वार भटकना’ में प्रयुक्त द्विरुक्ति ‘द्वार-द्वार’ है-


A) पारस्परिक सम्बन्ध बताने के अर्थ में
B) अतिशयता प्रकट करने के अर्थ में
C) भेद बताने के अर्थ में
D) समग्रता प्रकट करने के अर्थ में

View Answer