MPTET Varg 3 Question Paper in Hindi
Question - 1
निर्देश (प्रश्न संख्या 1 से 5 तक) : निम्नलिखित गद्यांश को पड़कर पूछे गए प्रश्नों के सही। सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
कई दिनों तक परिश्रमपूर्वक खोजने के बाद भी जीवक को ऐसी कोई वनस्पति प्राप्त नहीं हुई जिसमें औषधीय गुण न हों। वह तक्षशिला विश्वविद्यालय के विशाल परिसर के बाहर दूर-दूर तक जाकर ढूँढ-चुका था, अनेक अज्ञात वनस्पतियों का परीक्षण भी कर चुका था पर उसे सफलता हाथ नहीं लगी। अंततः उसे खाली हाथ आचार्य के पास लौटना पड़ा। लौटते हुए वह विचार कर रहा था-आचार्य से अपनी असफलता बताकर क्या उत्तीर्ण हुआ जा सकता है? नहीं। उसे अभी और परिश्रम करना पड़ेगा। उसकी शिक्षा अधूरी है। उसने धरती माता के वात्सल्य का अनुभव किया था । प्राणियों के पोषण और रक्षण के लिए प्रकृति द्वारा दिए गए वरदानों से वह परिचित हुआ था। उसके मन में यह बात कचोट रही थी कि प्रकृति से इतनी अमूल्य जैव-सम्पदा पाकर हम कृतज्ञ क्यों नहीं होते? कितने जड़मति हैं, वे लोग जो इसे नष्ट करते हैं।
प्रश्न-1 : जीवक को कौन-सी बात कचोट रही थी?