Bihar Police Constable Mock Test in Hindi
Question - 1
निर्देश (1-5) : निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
यह हूँ प्रश्नसूचक था, किंतु इसलिए नहीं की मालती ने मेरी बात सुनी नहीं थी, केवल विषमय के कारण, इसीलिए मैनें अपनी बात दोहराई नहीं, चुप बैठा रहा। मालती कुछ बोली ही नहीं, तब थोड़ी देर बाद मैनें उसकी ओर देखा। वह मेरी और देख रही थी, किन्तु मेरे उधर उन्मुख होते ही उसने आँखें नीची कर लीं। फिर मैनें देखा, उन आँखों में विचित्रय सा भाव हो, मानो मालती के भीतर कहीं कुछ चेष्टा हो रही थी, किसी बाद को याद करने की, किसी बिखरे हुए वायुमंडल को पुनः जगाकर गतिमान करने की, किसी टूटे हुए व्यवहार तंतु को पुनर्जीवित करने की और चेष्टा में सफल न हो रहा हो वैसे जैसे बहुत देर से प्रयोग में ना लाए हुए अंग को व्यक्ति एकाएक उठाने लगे और पाए की वह उठता नहीं है, चिर विस्मृति में मानो मर गया हो, उतने क्षीण बल से उठ नहीं सकता.... मुझे ऐसा जान पड़ता है मानो किसी जीवित प्राणी के गले में किसी मृत जंतु का तौक डाल दिया हो, वह उसे उतारकर फेंकना चाहे.... पर उतार न पाए,....
तभी किसी ने किवाड़ खटखटाए, मैंने मालती की और देखा, पर वह हिली नहीं। जब किवाड़ दूसरी बार खटखटाए गए तब शिशु को अलग करके उठी और किवाड़ खोलने लगी।
ये यानि मालती के पति आए। मैनें उन्हें पहली बार देखा था, यद्यपि फोटो से उन्हें पहचानता था। परिचय हुआ। मालती खाना तैयार करके आँगन में चली गई, और हम दोनों भीतर बैठकर बातचीत करने लगे, उनकी नौकरी के बारे में, जीवन के बारे में, उस स्थान के बारे में, और ऐसे अन्य विषयों के बारे में जो पहले परिचय उठा करती है, एक तरह का स्वरक्षात्मक कवच बनकर....
मालती के पति का नाम है महेश्वर, वह एक पहाड़ी गाँव में सरकारी डिस्पेंसरी के डॉक्टर हैं, उसी हैसियत से इन क्वार्टरों में रहते हैं। प्रातःकाल सात बजे डिस्पेंसरी चले जाते हैं, और डेढ़ दो बजे लौटे हैं, उसके बाद दोपहर भर छट्टी रहती है, केवल शाम को एक दो घंटे फिर चक्कर लगाने के लिए जाते हैं, डिस्पेंसरी के साथ छोटे से अस्पताल में रोगियों को देखने और अन्य जरुरी हिदायते करने, उनका जीवन भी बिल्कुल एक निर्दिष्ट ढर्रे पर चलता है, नित्य वही काम, उसी प्रकार के मरीज, वही हिदायतें, वही नुस्खे, वही दवाईयाँ। वह स्वयं उकताए हुए हैं, और इसीलिए और सह ही इस भयंकर गर्मी के कारण अपने फुर्सत के समय में भी सुस्त रहते हैं....
प्रश्न-1 : हूँ किसने कहा और इसका क्या तात्पर्य था?